कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने गूगल मीट के जरिये संबंधित अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक लेकर जिले में हो रही लगातार बारिश और बाढ़ के संभावित खतरों से निपटने आवश्यक तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने धमतरी जिले के गंगरेल बांध से पानी छोड़े जाने के बाद शिवरीनारायण सहित महानदी किनारे के आसपास इलाकों में पानी का स्तर बढ़ने से होने वाली जन-धन की हानि को रोकने के लिए मुनादी कराने और इसके आसपास रहने वाले लोगों को राहत शिविर में पहुचाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने गंगरेल बांध से गेट खोले जाने के बाद वहां से कल 16 अगस्त को सुबह 5 बजे से महानदी का जल स्तर बढ़ने और शिवरीनारायण तथा महानदी के किनारे आसपास के क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी संभावनाओं को देखते हुए सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
कलेक्टर नेें जिले में हो रही लगातार बारिश और धमतरी जिले के गंगरेल बांध से पानी छोड़े जाने के बाद निर्मित होने वाली स्थिति को देखते हुए आपात बैठक ली। और एहतियात के लिए संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी कराने, गोताखोरों को तैनात रखने तथा राहत और बचाव के लिए बोट, नाव तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला स्तर पर बनाये गए कंट्रोल रूम को भी अलर्ट रहने और किसी प्रकार की सूचना आने पर तत्काल राहत अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने चाम्पा, जाजंगीर, सक्ती, पामगढ़ और डभरा के एसडीएम, जनपद सीईओं, तहसीलदारों को निर्देशित किया कि आपस में स्थानीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर निचले गांव में मुनादी कराए और बाढ़ संभावित क्षेत्र से लोगों को बाहर निकालकर राहत स्थल या अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर ले जाएं। कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओं डॉ. फरिहा आलम सिद्धिकी को निर्देशित किया कि जनपद सीईओ के साथ सचिव, रोजगार सहायकों को समन्वय बनाकर स्थनीय स्तर पर टीम राहत का कार्य करेें। पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने राहत और बचाव के आवश्यक प्रबंध के निर्देश देते हुए सुबह से ही सभी को सचेत रहकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस बल को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
राहत शिविर में आवश्यक व्यवस्था के निर्देश
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राहत व बचाव के दौरान प्रभावित लोगों के ठहरने और उनके भोजन, बीमारी से उपचार आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सभी तहसीलों में संचालित शिविरों में ठहरे लोगों की जानकारी और जन-धन हानि संबंधी जानकारी निर्धारित फॉर्मेट में पूर्ण कर प्रेषित की जाए। उन्होंने राहत शिविर में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
एसडीआरएफ की टीम तैनात रहे
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने जिला कमाण्डेंट को निर्देशित किया कि एसडीआरएफ की टीम को पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रखे। बारिश से स्थानीय प्रवाह तथा गंगरेल बांध से पानी प्रवाह होने पर 16 अगस्त की सुबह 5 बजे से महानदी का स्तर बढ़ने से शबरी सेतु, चंद्रपुर सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों में बचाव के लिए बोट तैयार रखने, तैराकों को अलर्ट रखने और आपात स्थिति में तत्काल राहत और बचाव के कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।
जल स्तर कम होने पर युद्धस्तर पर राहत पहुचाने के निर्देश
कलेक्टर ने संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्र मेें राहत और बचाव के लिए अलर्ट रहने के निर्देश देने के साथ इन क्षेत्रों में पानी का स्तर कम होने के बाद गंदगी और बीमारी की संभावना बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने और राहत शिविरों में उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने पीएचई को राहत शिविर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने, डूबान क्षेत्रों में पेयजल के लिए टैंकरों की व्यवस्था के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों में बीमारियों से उपचार के साथ अस्पताल की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
हेल्पलाइन नम्बर जारी
जिले में राहत और बचाव के लिए सूचना देने प्रभारी अधिकारी- आर. के. तम्बोली, संयुक्त कलेक्टर (मो- 9424164556) और कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नम्बर- 07817-222032 है। आमनागरिक आपात स्थिति में सूचना दे सकते हैं।